Friday, May 22, 2009

पहला काम पहले

एक बार ग्राम- सुधारको को गान्धी जी ने सलाह दी कि वे गाव की सफाई हेतु मेहतर का काम किया करे !कार्यकर्ताओ ने उत्तर दिया, "यदि हम मेहतर का काम करने लगेन्गे तो गाव मेन हमारी जो प्रतिष्ठा है या गाववालो' पर हमारा जो प्रभाव है उसे खो बैठैगे ! फिर कोई दूसरा काम करना असम्भव हो जायेगा !"लेकिन गान्धी जि ने उनकी एक न सुनी ! बोले, " पहला काम पहले ! जहा भी कही' कूडा- करकट हो वहा से वह तुरन्त हटा देना चाहिये ! गन्दगी दूर करने के लिये कभी वक्त नही' ढूढा जाता !"गान्धी जी केवल उपदेश देकर ही रह गये हो, यह बात नही, वह स्वम और उनके साथी प्रतिदिन सबेरे जब सैर करने के लिये निकलते तो एक बाल्ती और फावडा साथ लेकर चलते थे !सडक के किनारे जन्हा कही भी उन्है कूडा या मल दिखाई देता, खाद बनाने के लिये आश्रम मे ले आया करते थे !

Sunday, May 3, 2009

अमूल्य विचार

1. शोभा नहि-- बिना बिटिया के घर की ,
बिना कमल के तालाब की ,
बिना चंद्रमा के रात्रि की ,
बिना दया के धर्म की और
बिना संयम के मनुष्य की !
2. सदानहि रहेंगी -- तुम्हारी सुंदरता ,
जवानी ,
धाक ,
संपत्ति ,
बात और
प्रसंसा !
3. त्याग दो -- भोगाँ को ,
आसक्ति को ,
अहंकार को ,
ममकार भाव को और
विश्वासघात को !
4. पालन होना चाहिये -- समय का ,
बचन का ,
कर्तव्य का और
सदाचार का !
5. होते है -- सैकड़ों में कोई शूरवीर ,
हजारों में कोई एक पंडित ,
दस हजारों में कोई एक वक्ता ,
लाखों में कोई एक निरभिमानी और
करोड़ों में एक सच्चा दानी !